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Sent: Sun, 31 Oct 2010 16:47 IST
Subject: 31अक्टूबर : सरदार पटेल जयन्ती
आज देश के अनेक स्थानोँ पर सांस्कृतिक कार्यक्रमोँ का आयोजन किया गया.आज के ही दिन सन1889ई0को सीतापुर नगर क्षेत्र स्थित तामसेन गंज स्थित मुरली निवास मेँ आचार्य नरेन्द्र देव का जन्म हुआ था.आज के ही दिन 18752 ई0 को सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म हुआ था.आज के ही दिन सन1984ई0मेँ इन्द्रिरा गांधी की उनके ही अंगरक्षकोँ ने हत्या कर दी.
मैँ बच्चोँ को बताता रहता हूँ कि समाज ,देश व विश्व किनका जन्मदिवस या पुण्य दिवस मनाता है?हमारे दादा- परदादाओँ को दुनिया क्योँ नहीँ याद करती?हमेँ भी क्या दुनिया याद करेगी?हम जिस रास्ते पर हैँ,वह रास्ता क्या ऐसा है कि दुनिया हमेँ याद करेगी ? चलोँ कोई बात नहीँ,दुनिया हमेँ याद करे या न करे लेकिन क्या हम अपने लिए भी जीते हैँ?क्या मनुष्य अपने जीवन मेँ सन्तुष्ट भी हैँ.आप के जीने का
आधार भी क्या है?आर्ट आफ लिविंग क्या है ?जैसे तैसे डिग्रियां इकट्ठी कर लीँ,आय के उपक्रम मेँ लग गये ,फिर शादी और बच्चे...! 90 प्रतिशत डिग्री होल्डर भी कहाँ पर ठहरते हैँ? मन,वचन व कर्म से एक न होने के कारण व्यक्ति पूर्ण कब ?
बारदोली आन्दोलन मेँ जान डालने वाले व देश को अनेक विभाजनोँ से बचाने वाले सरदार पटेल एक कुशल प्रशासक थे.साम्प्रदायिकता की आग को देखते हुए उन्हेँ मजबूरी वश देश का विभाजन स्वीकार करना पड़ा .उन्होँने कहा था कि यदि कांग्रेस विभाजन स्वीकार न करती तो एक पाकिस्तान के स्थान पर कई पाकिस्तान बनते.दूसरी और सत्तावादियोँ के बीच व देश के साम्प्रदायिक वातावरण मेँ गांधी अकेले पड़
गये थे.गांधी के रोल को देख लार्ड माउण्टबेटेन को कहना पड़ा-"वप मैन वाउण्डरी फोर्स ."
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