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Wednesday 2 November, 2011

पीस पार्टी व मु. अय्यूब : कांग्रेस का विकल्प

इन दिनों अनेक राजनैतिक पार्टियों की बाढ़ सी आ गयी है जिनमे एक पार्टी पीस पार्टी का बढ़ता जनाधार देख कर लोग अचम्भे मेँ हैँ. 10फरवरी2008को स्थापित पीस पार्टी से आज की तारीख मेँ कोई बच्चा तक अन्जान नहीं है.पीस पार्टी गरीब आदमी की आवाज बनती जा रही है.पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अय्यूब के भाषण हमेँ भी प्रभावित करते रहे हैँ लेकिन जैसा कि ये नारा दिए हैँ कि एकता का राज चलेगा हिन्दू मुस्लिम साथ चलेगा ,पर कुछ शंकाएं हैँ.मैं पीस पार्टी के नेताओं के मोबाइल नम्बरों पर मैसेज भेजता रहा हूँ कि कैसे एकता का राज चलेगा?क्या आप जन देश व अन्य देशों के पुरातत्विक स्रोतों के सच को स्वीकार कर सकोगे?आप कटटर मुस्लिमों व कटटर गैरमुस्लिमों से कैसे निपटोगे?फिर देश के हित में कुछ कठोर निर्णय होने हैं जो कि वोटों की राजनीति से ऊपर उठे बिना सम्भव नहीं है.

एक संकल्प : नारको परीक्षण की अनिवार्यता


मैं बचपन से ही कुछ ऐसे हालात जिया हूँ जब मुझे लगा है कि गवाह ,सबूत व जन बल का अपने पक्ष या विपक्ष मेँ होना काफी नहीं है .हर हालात मेँ नारको परीक्षण व ब्रेन मेपिंग अनिवार्य होना चाहिए.पीस पार्टी जिसका समर्थन करती है


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मेरें Nokia फ़ोन से भेजा गया

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